कब चुकबे, कब चुकबे चलनी कै गोंहुआँ हो न। मोरा बीरन भइया आये अनवइया हो न।। बैइठहु न मोरे भइया रतनी पलँगिया हो न। बहिनी कहि जाऊ आपन ...
कब चुकबे, कब चुकबे चलनी कै गोंहुआँ हो न।
मोरा बीरन भइया आये अनवइया हो न।।
मोरा बीरन भइया आये अनवइया हो न।।
बैइठहु न मोरे भइया रतनी पलँगिया हो न।
बहिनी कहि जाऊ आपन हवलिया हो न।।
बहिनी कहि जाऊ आपन हवलिया हो न।।
नौ मन कूट्यों भइया नौ मन पीस्यों हो न।
भइया पहिली टिकरिया मोर भोजनवा हो न।।
भइया पहिली टिकरिया मोर भोजनवा हो न।।
भइया वोहू महैं कुकरा बिलरिया हो न।।
भइया वोहू महैं गोरू चरवहवा हो न।।
भइया वोहू महैं गोरू चरवहवा हो न।।
भइया वोहू महैं देवरा कलेवना हो न।।
भइया वोहू महैं ननदी कलेवना हो न।।
भइया वोहू महैं ननदी कलेवना हो न।।
फटही लुगरिया भइया हमरा पखरुआ हो न।
भइया वोहू महैं गोरू चरवहवा हो न।।
भइया वोहू महैं गोरू चरवहवा हो न।।
भइया वोहू महैं ननदी ओढनिया हो न।।
भइया वोहू महैं देवरा भगइया हो न।।
भइया वोहू महैं देवरा भगइया हो न।।
ई दुख जिन कह्या बाबा के अगवा हो न।
भइया सभवा बइठ बाबा रोइहैं हो न।।
भइया सभवा बइठ बाबा रोइहैं हो न।।
ई दुख जिन कह्या माई के अगवा हो न।
भइया मचिया बइठ माई रोइहैं हो न।।
भइया मचिया बइठ माई रोइहैं हो न।।
ई दुख जिन कह्या सखिया के अगवा हो न।
भइया खेलतै खेलत सखियाँ रोइहैं हो न।।
भइया खेलतै खेलत सखियाँ रोइहैं हो न।।
ई दुख जिन कह्या बहिनी के अगवा हो न।
भइया इहै सुनि गवने न जइहैं हो न।।
भइया इहै सुनि गवने न जइहैं हो न।।
ई दुख जिन कह्या भाभी के अगवा हो न।
भइया राम रसोइयाँ तनवा मरिहैं हो न।।
भइया राम रसोइयाँ तनवा मरिहैं हो न।।
ई दुख कह्या भइया अगुआ के अगवा हो न।
भइया जेन कीहें मोरी अगुअइया हो न।।
भइया जेन कीहें मोरी अगुअइया हो न।।