अब कहाँ हूँ कहाँ नहीं हूँ मैं, जिस जगा हूँ वह नहीं हूँ मैं कौन आवाज़ दे रहा है मुझे, कोई कह दे यहाँ नहीं हूँ मैं मैं हवा हूँ कहा...
अब कहाँ हूँ कहाँ नहीं हूँ मैं, जिस जगा हूँ वह नहीं हूँ मैं
कौन आवाज़ दे रहा है मुझे, कोई कह दे यहाँ नहीं हूँ मैं
मैं हवा हूँ कहाँ वतन मेरा
दश्त मेरा न ये चमन मेरा
मैं कि हर चंद एक ख़ाना-नशीं
अंजुमन अंजुमन सुख़न मेरा
बर्ग-ए-गुल पर चराग़ सा क्या है
छू गया था उसे दहन मेरा
मैं कि टूटा हुआ सितारा हूँ
क्या बिगाड़ेगी अंजुमन मेरा
हर घड़ी इक नया तक़ाज़ा है
दर्द-ए-सर बन गया बदन मेरा - अमीक़ हनफ़ी
अमीक़ हनफ़ी का परिचय
उपनाम :'अमीक़'
मूल नाम :अब्दुल अज़ीज़ हनफ़ी
जन्म :03 Nov 1928 | इंदौर, मध्य प्रदेश
निधन :13 Aug 1988 | दिल्ली, भारत
आता हूँ मैं ज़माने की आँखों में रात दिन
लेकिन ख़ुद अपनी नज़रों से अब तक निहाँ हूँ मैं